प्रिय दोस्तों ,
विनय और सुशील के जज्बे से अनेक लोगों को प्रेरणा मिल रही है.
जैसे कि अन्ना से पूरे देश को.
इस तरह की एक-एक खबरों को सामने लाना चाहिए,
ताकि लोगों को पता चल सके कि जन लोकपाल के लिए अन्ना जैसे सैकड़ों-हजारों-लाखों जांबाज इस देश में मौजूद हैं.
मुझे और राजेंद्र निगोतिया २५ ऑगस्त को दिल्ली लाल किला मैदान पर इस सदी की महान क्रांति में शामिल होने का गर्व होने जा रहा हे , आप लोगो से विनती हे की आप लोग ज्यादा से ज्यादा संख्या में इस क्रांति में शामिल हो कर इस को सफल बनाये ,
धुँधली हुई दिशाएँ, छाने लगा कुहासा,
कुचली हुई शिखा से आने लगा धुआँ-सा।
कोई मुझे बता दे, क्या आज हो रहा है,
मुँह को छिपा तिमिर में क्यों तेज़ रो रहा है?
दाता, पुकार मेरी, संदीप्ति को जिला दे,
बुझती हुई शिखा को संजीवनी पिला दे।
प्यारे स्वदेश के हित अंगार माँगता हूँ।
चढ़ती जवानियों का शृंगार माँगता हूँ।
वन्दे मातरम